Bhagavad Gita Quotes in Hindi आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन का खजाना है। हिंदी में खूबसूरती से प्रस्तुत किए गए ये गहन Gita Quotes पाठकों को जीवन, कर्तव्य और नैतिकता के बारे में अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
चाहे आप आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर रहे हों या बस प्रेरणा की तलाश में हों, ” Bhagavad Gita Quotes in Hindi” आपकी मूल भाषा में गहन शिक्षाओं के लिए आपका पसंदीदा संसाधन है। Gita Quotes in Hindi के साथ, आप केवल एक बार नहीं, बल्कि तीन बार इस पवित्र ग्रंथ के कालातीत ज्ञानगंगा में डूब सकते हैं। हिंदी में प्रस्तुत ये Gita Quotes, जीवन के मूलभूत प्रश्नों की गहन खोज प्रस्तुत करते हैं, जो इसे आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वालों के लिए एक आवश्यक साथी बनाते हैं।
चाहे आप चुनौतीपूर्ण समय में सांत्वना चाहते हों या धर्म और कर्म के बारे में अपनी समझ को गहरा करना चाहते हों, Shrimad Bhagwat Geeta ज्ञान का एक स्रोत है जो आपके दिल और आत्मा में गूंजता रहेगा।
Gita Quotes in Hindi
जो अपने सारे कार्यों को मुझमें अर्पित करके
तथा अविचलित भाव से मेरी भक्ति करते हुए
मेरी पूजा करते हैं
और अपने चित्तों को मुझ पर स्थिर करके
निरन्तर मेरा ध्यान करते हैं,
उनके लिए मैं जन्म-मृत्यु के सागर से
शीघ्र उद्धार करने वाला हूँ । (12/6-7)
अच्छे कर्म करने के बावजूद भी लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे,
इसलिए लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान मत दो, तुम अपना कर्म करते रहो।
मेरा तेरा, छोटा बड़ा, अपना पराया,
मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है
और तुम सबके हो
जिस तरह प्रकाश की ज्योति अँधेरे में चमकती है,
ठीक उसी प्रकार सत्य भी चमकता है।
इसलिए हमेशा सत्य की राह पर चलना चाहिए।
नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच।
क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है,
जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है।
जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।
यदि तुम अपने चित्त को
अविचल भाव से मुझ पर
स्थिर नहीं कर सकते,
तो तुम भक्तियोग के
विधि-विधानों का पालन करो।
इस प्रकार तुम मुझे प्राप्त
करने की चाह उत्पन्न करो (12/9)
समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नही मिलता है।
तुम इस धरती पर मेहमान हो,
मालिक नहीं इसलिए
अहंकार छोड़ दो
यदि तुम भक्तियोग के विधि-विधानों का
अभ्यास नहीं कर सकते,
तो मेरे लिए कर्म करने का प्रयत्न करो,
क्योंकि मेरे लिए कर्म करने से
तुम पूर्ण अवस्था को प्राप्त होगे। (12/10)
कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना,
व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है।
जो पुरुष सुख तथा दुख में
विचलित नहीं होता और
इन दोनों में समभाव रहता है,
वह निश्चित रूप से मुक्ति के योग्य है
Bhagavad Gita Quotes in Hindi for Life
यदि तुम मेरे इस भावनामृत में
कर्म करने में असमर्थ हो तो
तुम अपने कर्म के समस्त फलों को
त्याग कर कर्म करने का तथा
आत्म-स्थित होने का प्रयत्न करो । (12/11)
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।
वह जो वास्तविकता में मेरे उत्कृष्ट जन्म और गतिविधियों को समझता है, वह शरीर त्यागने के बाद पुनः जन्म नहीं लेता और मेरे धाम को प्राप्त होता है।
जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है।
यदि समस्त फलों के त्याग का अभ्यास नहीं कर सकते,
तो ज्ञान के अनुशीलन में लग जाओ।
लेकिन ज्ञान से श्रेष्ठ ध्यान है और
ध्यान से भी श्रेष्ठ है कर्म फलों का परित्याग
क्योंकि ऐसे त्याग से मनुष्य को
मन की शान्ति प्राप्त हो सकती है। (12/12)
जो पुरुष सुख तथा दुख में विचलित नहीं होता और इन दोनों में समभाव रहता है,
वह निश्चित रूप से मुक्ति के योग्य है।
अच्छी नीयत से किया गया काम
कभी व्यर्थ नहीं जाता, और उसका फल
आपको ज़रूर मिलता है।
जो किसी से द्वेष नहीं करता,
लेकिन सभी जीवों का दयालु मित्र है,
जो अपने को स्वामी नहीं मानता
और मिथ्या अहंकार से मुक्त है,
जो सुख-दुख में समभाव रहता है,
सहिष्णु है, सदैव आत्मतुष्ट रहता है,
आत्मसंयमी है तथा जो निश्चय के साथ
मुझमें मन तथा बुद्धि को स्थिर करके
भक्ति में लगा रहता है,
ऐसा भक्त मुझे अत्यन्त प्रिय है। (12/13-14)
श्रेष्ठ पुरुष को सदैव अपने पद और गरिमा के अनुरूप कार्य करने चाहिए। क्योंकि श्रेष्ठ पुरुष जैसा व्यवहार करेंगे, तो इन्हीं आदर्शों के अनुरूप सामान्य पुरुष भी वैसा ही व्यवहार करेंगे।
वह जो सभी इच्छाएं त्याग देता है और “मैं ” और “मेरा ” की लालसा और भावना से मुक्त हो जाता है उसे शान्ति प्राप्त होती है।
जो होने वाला है वो होकर ही रहता है,
और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता,
ऐसा निश्चय जिनकी बुद्धि में होता है,
उन्हें चिंता कभी नही सताती है।
Bhagavad Gita Status in Hindi Motivational
मैं सभी प्राणियों को एक समान रूप से देखता हूं, मेरे लिए ना कोई कम प्रिय है ना ही ज्यादा। लेकिन जो मनुष्य मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते हैं वो मेरे भीतर रहते हैं और मैं उनके जीवन में आता हूं।
जिसने मन को जीत लिया है,
उसने पहले ही परमात्मा को प्राप्त कर लिया है,
क्योंकि उसने शान्ति प्राप्त कर ली है।
ऐसे मनुष्य के लिए सुख-दुख,
सर्दी-गर्मी और मान-अपमान एक से है।
जिससे किसी को कष्ट नहीं पहुँचता
तथा जो अन्य किसी के द्वारा विचलित नहीं किया जाता,
जो सुख-दुख में, भय तथा चिन्ता में
समभाव रहता है, वह मुझे अत्यन्त प्रिय है। (12/15)
हमेशा संदेह करने से खुद का ही नुकसान होता है,
संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए
प्रसन्नता न ही इस लोक में है
और न ही किसी और लोक में
मैं भूतकाल, वर्तमान और भविष्य काल के सभी जीवों को जानता हूं, लेकिन वास्तविकता में मुझे कोई नही जानता है।
धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है,
उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है।
मनुष्य को अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए।
जैसे – विद्यार्थी का धर्म विद्या प्राप्त करना,
सैनिक का धर्म देश की रक्षा करना आदि।
जिस मानव का जो कर्तव्य है
उसे वह कर्तव्य पूर्ण करना चाहिए।
प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए, गंदगी का ढेर, पत्थर और सोना सभी समान हैं।
कोई भी इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मो से महान बनता है।
जो न कभी हर्षित होता है, न शोक करता है,
जो न तो पछताता है, न इच्छा करता है,
तथा जो शुभ तथा अशुभ दोनों प्रकार की वस्तुओं का
परित्याग कर देता है, ऐसा भक्त मुझे अत्यन्त प्रिय है। (12/17)
जब जब इस धरती पर पाप, अहंकार और अधर्म बढ़ेगा।
तो उसका विनाश कर धर्म की पुन: स्थापना करने हेतु, मैं अवश्य अवतार लेता रहूंगा।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है,
जैसा वो विश्वास करता है
वैसा वो बन जाता है
अच्छे कर्म करने के बावजूद भी
लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे,
इसलिए लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान मत दो,
तुम अपना कर्म करते रहो
Shrimad Bhagavad Gita Quotes
आत्म-ज्ञान की तलवार से अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को काटकर अलग कर दो। उठो, अनुशाषित रहो।
मनुष्य को जीवन की चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए और न ही भाग्य और ईश्वर की इच्छा जैसे बहानों का प्रयोग करना चाहिए।
निराश ना होना,
कमजोर तेरा वक्त है, तू नहीं
मनुष्य को जीवन की चुनौतियों से
भागना नहीं चाहिए
और न ही भाग्य और ईश्वर की इच्छा
जैसे बहानों का प्रयोग करना चाहिए
यह सृष्टि कर्म क्षेत्र है, बिना कर्म किये यहाँ कुछ भी हासिल नहीं हो सकता।
मनुष्य का मन इन्द्रियों के चक्रव्यूह के कारण भ्रमित रहता है। जो वासना, लालच, आलस्य जैसी बुरी आदतों से ग्रसित हो जाता है। इसलिए मनुष्य का अपने मन एवं आत्मा पर पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए।
बुराई बड़ी हो या छोटी हमेशा
विनाश का कारण बनती है,
क्योंकि नाव में छेद छोटा हो या बड़ा
नाव को डुबा ही देता है।
एक ज्ञानवान व्यक्ति कभी भी कामुक सुख में आनंद नहीं लेता।
मानव कल्याण ही भगवत गीता का प्रमुख उद्देश्य है।
इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करते समय
मानव कल्याण को प्राथमिकता देना चाहिए।
कर्म करो फल की
चिंता मत करो
वह व्यक्ति जो अपनी मृत्यु के समय मुझे याद
करते हुए अपना शरीर त्यागता है,
वह मेरे धाम को प्राप्त होता है
और इसमें कोई शंशय नही है
जो दान कर्तव्य समझकर, बिना किसी संकोच के,
किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दिया जाए, वह सात्विक माना जाता है।
जिस मनुष्य के अंदर ज्ञान की कमी और ईश्वर में श्रद्धा नहीं होती,
वो मनुष्य जीवन में कभी भी आनंद और सफलता को प्राप्त नहीं कर पाता।
FAQ
Bhagavad Gita क्या है और इसके Quotes महत्वपूर्ण क्यों हैं?
भगवद गीता 700 श्लोकों वाला एक हिंदू धर्मग्रंथ है जो भारतीय महाकाव्य महाभारत का हिस्सा है। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कही यह गीता गहन आध्यात्मिक शिक्षाएं और ज्ञान प्रदान करती है । जीवन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन चाहने वाले व्यक्तियों के लिए इसके Quotes महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
मैं हिंदी में भगवद् गीता के इन कोट्स तक कैसे पहुंच सकता हूं और उनका उपयोग कैसे कर सकता हूं?
हिंदी में भगवद गीता कोट्स तक पहुँचना अपेक्षाकृत आसान है। आप उन्हें इस ब्लोग या अन्य ब्लोग पर या मोबाइल ऐप्स के माध्यम से पा सकते हैं। अपने शाश्वत ज्ञान को फैलाने के लिए इन कोट्स को दूसरों के साथ साझा करना भी हमारा कर्तव्य है।
क्या ये Quotes सभी लोगों के जीवन पर लागू होते हैं, या न कि केवल हिंदू आस्था या भारतीय मूल के लोगों पर?
बिल्कुल। भगवद गीता में निहित ज्ञान धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं से परे है। विविध पृष्ठभूमि के लोगों ने इन छंदों में मूल्य और प्रेरणा पाई है, जिससे वे आध्यात्मिक या दार्शनिक अंतर्दृष्टि चाहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए प्रासंगिक और सुलभ हो गए हैं।
Final Word
अंत में, Bhagavad Gita Quotes in Hindi आध्यात्मिक ज्ञान, प्रेरणा और अपनी सांस्कृतिक विरासत के साथ गहरा संबंध चाहने वालों के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में कार्य करता है। हिंदी में Gita Quotes का यह संग्रह न केवल जीवन की जटिलताओं, कर्तव्य और नैतिकता में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है, बल्कि जीवन की परीक्षाओं के दौरान सांत्वना का स्रोत भी प्रदान करता है।
आपकी मूल भाषा में प्रस्तुत अपने समृद्ध ज्ञान के साथ, यह जीवन की चुनौतियों से निपटने और परिवर्तनकारी आध्यात्मिक यात्रा शुरू करने का एक शक्तिशाली उपकरण है। आशा है आपको यह श्रीमद्भगवद्गीता कोट्स हिन्दी में पसंद आये होंगे ।