यू तो अकेला भी अक्सर गिर के संभल सकता हु मैं... क्योंकि अगर लोग उठाएंगे तो बाद में एहसान जताएंगे 😎😎

धोख़ा बहुत मिला है अब तलाश मौके की है 😎😎

बदला लेंगे हर एक अपमान का वक़्त आ गया ऊँची उड़ान का 😎😎