अक्सर मोहब्बत💘 उन्हीं लोगों से होती हैं
जिन्हें पाना✊ नामुमकिन😣 होता हैं
कौन कहता है नेचर🙂 और सिग्नेचर🖊 कभी नही बदलतें हैं,
अगर हाथ✋ पर चोट लगे तो सिग्नेचर🖊
और
चोट अगर दिल💔 पर हो तो नेचर☹️ बदल जाता है…
बदलते हुए लोगों के बारे में👉 आखिर क्या कहूँ मैं ?
मैंने तो अपना ही प्यार👩 किसी और का☝️ होते देखा हैं…😥😔
नासमज🧒 ही रहते तो अच्छा था,
उलझने बढ़ गयी हैं😬,
जबसे समजदार हुए हैं😔
किसी ने क्या खूब👌 कहा हैं –
ए मौत, जरा पहले☝️ आना “गरीब” के घर,
कफ़न का खर्च दवाओं💉💊 में निकल जाता हैं…
वो नहीं मिलती तो अच्छा था😒,
बेकार में मोहब्बत💘 से नफरत हो गई😏
चाहत सवार थी😍 किसी के अंदर जिंदा😘 रहने की,
पर नतीजा ये निकला😔 की हम अपने ही अंदर मर गए😩😭
आती तो होगी ज़हन में गुज़रे दिनों⏳ की याद,
वो याद तो करता होगा मुझे👈 कभी-कभी
मेरा हाल देखकर मोहब्बत💝 भी शर्मिंदा हैं,
की ये🧑👈 शख्स सब कुछ हार गया,
फिर भी जिन्दा हैं😐😶
हमें सिर्फ वक्त⏳ गुजारने को ही न चाहा 😘 करो,
हम भी इंसान हैं 💁♂️हमे भी तकलीफ होती है😔